नई दिल्ली: देश के विश्वविद्यालयों में 207 फुट ऊंचा तिरंगा फहराया जाएगा. शिक्षामंत्री स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में  दिल्ली के  वाइस चांसलरों की समिति ने अहम फैसला लिया है.
 

सबसे बड़ी बात ये निकल आई कि छात्रों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए रोज तिरंगा फहराया जाएगा.

देशभक्ति जगाने के लिए सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में तिरंगा फहराना अनिवार्य होगा. आपको बता दें कि 207 फुट ऊंचा तिरंगा रोज फहराया जाएगा.

मई 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी सरकार में स्मृति ईरानी को मानव संसाधन मंत्री बनाया गया था. तब से अब तक कई विवाद उनके साथ जुड़ चुके हैं.

शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि किसी भी प्रकार से भारत माता के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इनका ये बयान दिल्ली की जेएनयू यूनिवर्सिटी में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की शिकायत पर आया था.

स्मृति के कार्यकाल में यूनिवर्सटी से जुड़े विवादों का ये पहला मौका नहीं है.

डीयू ग्रेजुएट कोर्स विवाद
स्मृति ईरानी के शिक्षा मंत्री बनने के बाद यूजीसी के निर्देश पर दिल्ली यूनिवर्सिटी को चार साल का डिग्री कोस वापस लेना पड़ा था.

आईआईटी कैंटीन विवाद
IIT में शाकाहारी छात्रों के लिए अलग कैंटीन की सिफारिश पर भी शिक्षा मंत्रालय की किरकिरी हो चुकी है.

आंबेडकर पेरियार ग्रुप विवाद
मोदी सरकार की आलोचना को लेकर IIT मद्रास में दलित छात्रों के ग्रुप आंबेडकर पेरियार पर बैन लगा था. स्मृति ईरानी के मंत्रालय की चिट्ठी के बाद ये कार्रवाई हुई थी.

डिग्री फर्जीवाड़ा विवाद

शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी पर दो अलग चुनावी शपथपत्र में अपनी शिक्षा के बारे में अलग-अलग जानकारी देने का आरोप है.

पॉन्डिचेरी यूनिवर्सिटी विवाद
पॉन्डीचेरी यूनिवर्सिटी में इस्लामीकरण के आरोप की जांच के आदेश शिक्षा मंत्रालय ने दिए थे. जांच में आरोप बेबुनियाद निकले थे.

हैदराबाद यूनिवर्सिटी विवाद
हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी पर भी स्मृति के मंत्रालय की किरकिरी हो चुकी है. यूनिवर्सिटी के कुछ दलित छात्रों के खिलाफ बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी के एक छात्र नेता की पिटाई का आरोप लगा था. जो

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर विरोध जताकर मंत्रालय विवादों में आ चुका है.