भोपाल । कोरोना से सुरक्षा देने वाले टीके की प्रदेश में सवा करोड़ लोगों ने दूसरी डोज नहीं लगवाई है। इसमें करीब 60 लाख ऐसे हैं, जिनकी दूसरी डोज लगवाने की अवधि निकल चुकी है। इसके अलावा 65 लाख लोगों की दूसरी डोज लगाने की अवधि चल चल रही है, लेकिन वह भी टीका लगवाने के लिए नहीं आ रहे हैं। ऐसे में सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसकी वजह यह कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है। विशेषज्ञों का भी यही कहना है कि दूसरी डोज लगवाए बिना कोरोना से सुरक्षा नहीं मिल सकती।राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. संतोष शुक्ला ने कहा कि 10 नवंबर को टीकाकरण महाअभियान है। इसके साथ ही प्रदेश में दस्तक अभियान भी शुरू होगा। इममें आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों की तलाश करेंगे। जिन्हें टीका नहीं लगा है, उनका मौके पर ही टीकाकरण किया जाएगा। पास में टीकाकरण केंद्र में भी भेजकर टीका लगवाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लक्ष्य के मुकाबले 91 फीसदी लोगों को टीका की पहली डोज लगाई जा चुकी है, लेकिन सर्वे के दौरान पहली डोज नहीं लगवाने वाला मिलता है तो उसे भी टीका लगाया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में कई जगह घर-घर जाकर टीका लगाने का काम शुरू भी हो गया है।
भोपाल में पांच लाख लोगों की दूसरी डोज लंबित
जिले में टीकाकरण का काम देख रहे एडीएम संदीप केरकेट्टा ने बताया कि करीब पांच लाख लोगों की दूसरी डोज लंबित हो गई है। दस्तक अभियान के तहत शहरों में वार्ड वार और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत के स्तर पर सर्वे कर सूची तैयार की जाएगी। साथ-साथ छूटे लोगों को टीका भी लगाया जाएगा। सर्वे टीम में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एक स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी शामिल रहेगा।