
नई दिल्ली. देश में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली (Dadra Nagar Haveli Bypolls) समेत तीन लोकसभा सीटों (Lok sabha Bypolls)और 29 विधानसभा सीटों (Assembl Bypolls) पर मतगणना शुरू हो गई. तीन नये केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा देने वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता अभय चौटाला, कांग्रेस के दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह और पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर ई. लिंगदोह और तेलंगाना के पूर्व मंत्री ई. राजेंद्र प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं जिनके भाग्य का फैसला होगा.
विधानसभा उपचुनाव असम (Assam Bypolls) की पांच, पश्चिम बंगाल (West Bengal Bypolls) की चार, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Bypolls), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Bypolls ) और मेघालय (Meghalaya Bypolls) की तीन-तीन, बिहार (Bihar Bypolls), कर्नाटक (Karnataka Bypolls) और राजस्थान (Rajasthan Bypolls) की दो-दो और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh Bypolls), हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र (Maharashtra), मिजोरम (Mizoram Bypolls) और तेलंगाना (Telangana Bypolls) की एक-एक सीट के लिए मतदान हुआ था. इन 29 विधानसभा सीटों में से भाजपा के पास पहले करीब आधा दर्जन सीटें थीं, वहीं कांग्रेस के पास नौ सीटें और बाकी क्षेत्रीय पार्टियों के पास थीं.जिन सीटों पर लोकसभा उपचुनाव हुए उनमें दादरा और नगर हवेली (Dadra Nagar Haveli Lok Sabha Bypolls), हिमाचल प्रदेश ( की मंडी (Mandi Loksabha Bypolls) और मध्य प्रदेश में खंडवा (Khandava Loksabha Bypolls) सीट शामिल है. तीनों लोकसभा सीटों के मौजूदा सदस्यों की मृत्यु हो गई थी.
क्यों खाली हुईं तीन लोकसभा सीटें?
मंडी सीट गत मार्च में रामस्वरूप शर्मा (BJP) के निधन के बाद खाली हुई थी. खंडवा संसदीय सीट के लिए उपचुनाव भाजपा सांसद नंद कुमार सिंह चौहान के निधन के चलते करना आवश्यक हो गया था, जबकि दादरा और नगर हवेली में, यह निर्दलीय लोकसभा सदस्य मोहन डेलकर के निधन के कारण कराना पड़ा.मंडी में प्रतिभा सिंह का मुकाबला भाजपा के खुशाल सिंह ठाकुर से है. मेघालय में, पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर ई. लिंगदोह यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के टिकट पर मावफलांग से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक कैनेडी सी खैरीम और एनपीपी से जिला परिषद (एमडीसी) के मौजूदा सदस्य लम्फ्रांग ब्लाह से है. हरियाणा में, केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में इनेलो के नेता अभय चौटाला के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव करने की जरुरत पड़ी.